About sidh kunjika
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
[These are preliminary stotras that should be recited ahead of studying of Devi Mahatmyam/Chandi/Durga Sapthasathi. Here's it advised that if this kunjika stotram is recited then there isn't any really need to recite all of these.]
नवरात्रि में देवी को प्रसन्न करने के लिए इसका पाठ करें. जानते हैं सिद्ध कुंजिका पाठ की विधि और लाभ.
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति एकादशोऽध्यायः
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
इश्क के जाल में फंसाकर चल रहा ठगी का खेल, जानें क्या है इससे बचने click here का तरीका?
इति श्रीरुद्रयामले गौरीतंत्रे शिवपार्वतीसंवादे कुंजिकास्तोत्रं संपूर्णम् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति दशमोऽध्यायः
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।
इसके लिए मां दुर्गा के समक्ष घी का दीपक जलाएं. इसे देवी की तस्वीर के दाईं तरफ रखें.
हुं हुं हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जंभनादिनी ।